10 हजार की रिश्वत लेता सिपाही धराया – केस दर्ज

मेरठ, कार्यालय संवाददाता। एंटी करप्शन टीम ने परीक्षितगढ़ थाने की चितवाना पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूर्ण कराकर टीम सिपाही को भावनपुर थाने ले आई, जहां उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया।

परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम सौदत्त निवासी एतकाद अली के बेटे मुजीब और रईस का वर्ष 2012 में किसी से झगड़ा हो गया। पुलिस ने धारा 323, 324 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया। 19 नवंबर को कोर्ट ने मुजीब और रईस के गैर जमानती वारंट जारी कर दिये । वारंट परीक्षितगढ़ थाने पहुंचे और सिपाही फूल कुमार को मिल गये। फूल सिंह ने वारंट दबाकर रख लिये और कोर्ट के शीतकालीन अवकाश होने का इंतजार किया। कुछ दिन पहले न्यायालय में अवकाश घोषित हुआ तो फूल सिंह ने दबाकर रखे वारंट निकाल लिये। 23 दिसंबर को फूल कुमार ने मुजीब से संपर्क किया और चौकी आने का दबाव बनाया। मुजीब को वारंट दिखाकर जेल भेजने की धमकी दी। यह भी कहा कि अगर जेल भेज दिया तो एक माह से पहले बाहर आना नहीं होगा। मौका पाकर सिपाही ने दोनों भाईयों को जेल न भेजने की एवज में 20 हजार रुपये की मांग कर दी। मुजीब ने इतना पैसा होने से इंकार कर दिया। दो दिन बाद सिपाही फिर मिला। इस बार उसने 10 हजार रुपये मांगे। जिस पर मुजीब राजी हो गया। वह सिपाही के चलते मानसिक तनाव झेल रहे थे।

सिपाही के चलते मानसिक तनाव झेल रहे थे

मौका पाकर वह एंटी करप्शन के दफ्तर आ गये और सिपाही की शिकायत की। एंटी करप्शन की टीम ने छानबीन की और शुक्रवार का ट्रैप की तैयारी कर ली। सुबह मुजीब को बुलाकर पाउडर लगे 500-500 के 20 नोट थमाए और सिपाही के बुलाये स्थान पर भेज दिया। सिपाही फूल कुमार चितवाना शेरपुर चौकी पर मौजूद था। जैसे ही उसे नोट थमाए एंटी करप्शन की टीम ने रंगेहाथों दबोच लिया। सिपाही ने भागने का प्रयास किया लेकिन दबोच लिया। टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर बब्बन खान ने सिपाही फूल कुमार के हाथ धुलाए। पानी का रंग बदलते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया। टीम सिपाही को लेकर भावनपुर थाने पहुंची और मुकदमा दर्ज कराया।

अन्य पोस्ट भी देखें | Also see other posts :

उपभोगता जाग्रति और सरक्षण के लिए हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब जरुर करें |

Sharing Is Caring:

Leave a Reply

Change Image

Exit mobile version